और क्या कहा NCW ने इस मामले पर?
- NCW अध्यक्ष ने कहा कि कमीशन ने इस मामले में डीजीपी को एक लेटर लिखकर सख्त एक्शन लेने की डिमांड की है।
- महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। निश्चित रूप से ये बेहद असंवेदनशील और खतरनाक है कि जिस गाड़ी में महिला और बच्चा बैठे थे, उसे इस तरह से ले जाया गया। पुलिसवाले को सस्पेंड कर दिया गया है। महकमे को इस बारे में निर्देश दिए गए हैं कि हालात और संवेदनशीलता को ध्यान में रखें ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हों।"
महिला ने इस घटना पर क्या कहा था?
- कार में बच्चे के साथ बैठी महिला ने शनिवार को कहा था, "कार ले जाने वाले पुलिसवालों ने एक बार भी मुझसे नीचे उतरने को नहीं कहा। जब मैंने उन्हें ये बताया कि मैं अपने बच्चे को दूध पिला रही हूं, इसके बाद भी वो लोग नहीं रुके।"
- घटना शुक्रवार शाम की बताई जा रही है। मलाड की एसवी रोड पर एक महिला अपने 7 महीने के बच्चे के साथ अपनी कार में बैठी हुई थी। वह बच्चे को दूध पिला रही थी, तभी ट्रैफिक पुलिसवाले आए और कार को क्रेन से उठाकर जाने लगे। पुलिस के मुताबिक कार सड़क पर गलत ढंग से पार्क की गई थी।
- कार के अंदर से महिला और आसपास के लोग पुलिसवालों को आवाज लगा रहे थे, लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया।
- एक शख्स ने इस घटना का वीडियो तैयार किया। इस शख्स ने बार-बार कार में महिला और बच्चे के होने की बात ट्रैफिक कॉन्स्टेबल से कही। लेकिन, उसने अनसुनी कर दी।
- वीडियो बनाने वाला शख्स ये कहते हुए सुनाई दे रहा है कि वो (महिला) फाइन भरने के लिए तैयार है। अगर बच्चा मर गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें