सोमवार, 13 नवंबर 2017
बिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एलान, 351वें प्रकाश पर्व का भी होगा भव्य आयोजन
पटना : गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 351 वें प्रकाशोत्सव की तैयारियों का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को जायजा लिया और इससे जुड़े स्थानों का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के बाद गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के व्यवस्थापकों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की और 350वें प्रकाश पर्व की तरह ही इसके आयोजन में भी व्यवस्था करने का निर्देश दिया.
CBI और ED इस वजह से तेजस्वी-राबड़ी पर नहीं कर रही है कड़ी कार्रवाई, जानें पूरी कहानी
पटना : किसी साधारण व्यक्ति या आमतौर पर किसी व्यवसायी को सीबीआइ और ईडी का सम्मन मिल जाये, तो वह हर हाल में इन एजेंसियों के सामने उपस्थित होता है. बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार की राजनीतिक विरासत संभालने को बेचैन राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ ऐसा नहीं है. जी हां,
नीतीश का बड़ा बयान -गुजरात में बीजेपी की जीत तय, हम जाट और मराठा आरक्षण के भी पक्षधर
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज लोक संवाद केंद्र में लोगों की राय लेने के बाद मीडिया से बातचीत में आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण के मुद्दे पर हमारी राय स्पष्ट है और हम इस पर कायम रहेंगे. उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल राज्यसभा से निकल चुका है, अब उसे लोकसभा में भी लाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे महिला सशक्तिकरण के समर्थक हैं. उनके मुताबिक हम जाट और मराठा के आरक्षण के भी हिमायती हैं. उन्होंने गुजरात चुनाव को लेकर बेबाकी से कहा कि जिस राज्य के प्रधानमंत्री हैं, वहां के लोग किसी और को वोट नहीं करेंगे.
नीतीश कुमार ने कहा कि गुजरात में बीजेपी की जीत तय है. पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सभी चुनाव को सेमीफाइनल मानना उचित नहीं है. उन्होंने साफ कहा कि गुजरात चुनाव को लेकर उनकी राय पूरी तरह स्पष्ट है. नीतीश कुमार ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने पर बहस की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कथित गोरक्षकों पर कार्रवाई के लिए उनकी बात प्रधानमंत्री से हो चुकी है और उन्होंने सार्वजनिक मंच से ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
नीतीश कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू यादव पर इशारों-इशारों में तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग मीडिया में बने रहने के लिए राजनीति में अभ्रदता की सीमा को लांघ रहे हैं. विधानसभा चुनाव में जनता ऐसे लोगों को जवाब देगी. उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू यादव को विकास के काम से कोई लेना-देना नहीं है, राजद एक परिवार की पार्टी है और कुछ नहीं. नीतीश ने कहा कि तेजस्वी को उनके अपने ही पिता लालू यादव ने फंसा दिया और उनकी ही वजह से उसका कैरियर गड़बड़ा गया है. उन्होंने तेजस्वी को बच्चा बताते हुए उसके किसी बात को गंभीरता से नहीं लेने की बात कही. उन्होंने शौचालय घोटाले पर बोलते हुए कहा कि बहुत जल्द दोषियों को सजा दी जायेगी और दहेज प्रथा के विरोध और बाल विवाह के विरोध में सरकार कदम उठा रही है.
नीतीश कुमार ने कहा कि गुजरात में बीजेपी की जीत तय है. पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सभी चुनाव को सेमीफाइनल मानना उचित नहीं है. उन्होंने साफ कहा कि गुजरात चुनाव को लेकर उनकी राय पूरी तरह स्पष्ट है. नीतीश कुमार ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने पर बहस की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कथित गोरक्षकों पर कार्रवाई के लिए उनकी बात प्रधानमंत्री से हो चुकी है और उन्होंने सार्वजनिक मंच से ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
नीतीश कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू यादव पर इशारों-इशारों में तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग मीडिया में बने रहने के लिए राजनीति में अभ्रदता की सीमा को लांघ रहे हैं. विधानसभा चुनाव में जनता ऐसे लोगों को जवाब देगी. उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू यादव को विकास के काम से कोई लेना-देना नहीं है, राजद एक परिवार की पार्टी है और कुछ नहीं. नीतीश ने कहा कि तेजस्वी को उनके अपने ही पिता लालू यादव ने फंसा दिया और उनकी ही वजह से उसका कैरियर गड़बड़ा गया है. उन्होंने तेजस्वी को बच्चा बताते हुए उसके किसी बात को गंभीरता से नहीं लेने की बात कही. उन्होंने शौचालय घोटाले पर बोलते हुए कहा कि बहुत जल्द दोषियों को सजा दी जायेगी और दहेज प्रथा के विरोध और बाल विवाह के विरोध में सरकार कदम उठा रही है.
GST रेट्स में बदलाव करने के लिए प्रधानमंत्री ने कहा था: राजनाथ सिंह
लखनऊ.यूनियन होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने कहा है कि गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी GST में हाल ही में जो बदलाव किए गए हैं, उनका मकसद आम आदमी को फायदा पहुंचाना है। राजनाथ ने कहा कि जीएसटी के रेट्स में बदलाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही कहा था। बता दें कि पहले 28% टैक्स ब्रैकेट में 228 आइटम्स थे। इनमें से 178 आइटम्स पर टैक्स घटाकर उन्हें 18% के स्लैब में लाया गया है। इसके अलावा कई और आइटम्स के टैक्स घटाए गए हैं।
- अरुण जेटली ने कहा था, "देश में सभी एसी और नॉन एसी रेस्टोरेंट पर 5% जीएसटी लगाया जाएगा। पहले नॉन एसी रेस्टोरेंट में खाने के बिल पर 12% GST लगता था। इसके अलावा एसी रेस्टोरेंट में 18% जीएसटी लगता था।"
मोदी को है जीएसटी से जुड़े मामलों की जानकारी
- राजनाथ ने कहा कि हाल ही में जीएसटी काउंसिल ने इसमें जो बदलाव किए हैं, उनके बारे में पहले से विचार किया जा रहा था। सिंह के मुताबिक- प्रधानमंत्री को भी इस पूरे मामले की जानकारी थी। प्रधानमंत्री ने साफ तौर पर कहा था कि इस बारे में जो भी बदलाव जरूरी हैं, वो किए जाने चाहिए।
- राजनाथ ने कहा- प्रधानमंत्री के कहने के बाद ही जीएसटी काउंसिल की मीटिंग हुई और बदलावों पर सहमति बनी। उम्मीद है कि इन बदलावों से अब कारोबारी भी खुश होंगे। सिंह ने यह बात यहां मीडिया से बातचीत में कही।
- राजनाथ ने कहा- प्रधानमंत्री के कहने के बाद ही जीएसटी काउंसिल की मीटिंग हुई और बदलावों पर सहमति बनी। उम्मीद है कि इन बदलावों से अब कारोबारी भी खुश होंगे। सिंह ने यह बात यहां मीडिया से बातचीत में कही।
वन नेशन-वन टैक्स
- राजनाथ ने कहा कि सभी बिजनेसमैन या कारोबारी अब जीएसटी से बहुत खुश हैं। हमने इसे ‘एक देश और एक टैक्स’ के तौर पर लागू किया है। इससे जनता को बहुत फायदा होगा।
178 आइटम्स अब 18% के टैक्स स्लेब में
- जीएसटी काउंसिल में लिए गए अहम फैसलों के बारे में फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने शुक्रवार को जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि 28% टैक्स ब्रैकेट में पहले 228 आइटम्स थे। इनमें से 178 आइटम्स पर टैक्स घटाकर उन्हें 18% के स्लैब में लाया गया है। इसके अलावा कई आइटम्स के टैक्स घटाए गए हैं। जेटली ने कहा था कि सभी तरह के रेस्टोरेंट्स पर 5% जीएसटी लगाया जाएगा। जेटली के मुताबिक इन नए रेट्स का फायदा 15 नवंबर से मिलना शुरू हो जाएगा। नरेंद्र मोदी ने इन बदलावों पर कहा था कि इससे हमारे नागरिकों को भविष्य में फायदा होगा।
पहले कितना टैक्स लगता था?
- अरुण जेटली ने कहा था, "देश में सभी एसी और नॉन एसी रेस्टोरेंट पर 5% जीएसटी लगाया जाएगा। पहले नॉन एसी रेस्टोरेंट में खाने के बिल पर 12% GST लगता था। इसके अलावा एसी रेस्टोरेंट में 18% जीएसटी लगता था।"
होटलों के चार्ज पर कितना फर्क पड़ेगा?
- स्टार्ड होटल के रेस्टोरेंट जो हर दिन एक रूम का 7500 रुपए या उससे ज्यादा चार्ज करते हैं, उन पर 18% GST लगेगा और इन्हें इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का फायदा भी मिलेगा। लेकिन वो रेस्टोरेंट जो 7,500 से कम चार्ज करते हैं, उन पर 5% जीएसटी लगाया जाएगा और उन्हें ITC का फायदा नहीं मिलेगा।
जीएसटी की टैक्स स्लैब में किस तरह हुआ बदलाव
- जेटली ने बताया, "28% टैक्स कैटेगरी में से 178 आइटम्स को 18% टैक्स स्लैब में लाया गया। 13 आइटम्स को 18% से 12% के टैक्स स्लैब में लाया गया। 6 आइटम्स को 18% से 5% के टैक्स स्लैब मेें लाया गया, 8 आइटम्स को 12% से 5% के टैक्स स्लैब लाया गया। इसके अलावा 6 आइटम्स को 5% से 0 की कैटेगरी में लाया गया है।"
28% से 18% के स्लैब में कौन से आइटम्स आए?
- च्यूइंगगम, चॉकलेट, कॉफी, कस्टर्ड पाउडर, मार्बल और ग्रेनाइट, डेंटल हाईजीन प्रोडक्ट, पॉलिश और क्रीम, सेनेटरी वेयर्स, लेदर क्लोदिंग, आर्टिफिशियल फर, विंग्स, कुकर, स्टोव, आफ्टर शेव, डियोड्रेंट, डिटर्जेंट और वॉशिंग पाउडर, रेजर्स एंड ब्लेड्स, कटलरी, स्टोरेज वॉटर हीटर, बैट्री, चश्मे, रिस्ट वॉच, मैट्रेस जैसे आइटम्स।
किन आइटम्स पर 28% टैक्स लगता रहेगा?
- पान मसाला, कोल्डड्रिंक्स और बेवरेज, सिगार और सिगरेट, तम्बाकू के प्रोडक्ट, सीमेंट, पेंट, परफ्यूम, एसी, डिश वॉशिंग मशीन, वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर, वैक्यूम क्लीनर, कार, टू व्हीलर, एयरक्राफ्ट और याट जैसे आइटम्स।
गलती हो तो महिला पर भी दर्ज करें केस: मुंबई ट्रैफिक पुलिस मामले पर NCW
नई दिल्ली/मुंबई.मलाड में महिला और बच्चे समेत कार ले जाने के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। NCW की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने रविवार को कहा, "पुलिसवालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए। लेकिन, महिला ने भी गैरजिम्मेदाराना व्यवहार किया है तो उसके खिलाफ भी एक केस दर्ज किया जाना चाहिए।' बता दें कि शुक्रवार को मुंबई में ट्रैफिक पुलिस ने एक कार को क्रेन से उठा लिया, जिसकी पिछली सीट पर महिला अपने 7 महीने के बच्चे को दूध पिला रही थी। बता दें कि इस मामले में ट्रैफिक कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है।
महिला ने इस घटना पर क्या कहा था?
- कार में बच्चे के साथ बैठी महिला ने शनिवार को कहा था, "कार ले जाने वाले पुलिसवालों ने एक बार भी मुझसे नीचे उतरने को नहीं कहा। जब मैंने उन्हें ये बताया कि मैं अपने बच्चे को दूध पिला रही हूं, इसके बाद भी वो लोग नहीं रुके।"
और क्या कहा NCW ने इस मामले पर?
- रेखा शर्मा ने कहा, "जब मैंने पिछली रात ये वीडियो देखा तो मेरा पहला रिएक्शन था कि पुलिसवाले को सस्पेंड किया जाना चाहिए और उसके खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए। लेकिन, मैंने सुबह पढ़ा कि महिला चलती कार में बैठी रही। मेरी पहली चिंता बच्चे को लेकर हुई। अगर महिला के खिलाफ कोई केस बनता है तो केस किया जाना चािहए। लेकिन, किसी भी तरह इस मामले में दोषी पुलिसवालों को नहीं बख्शा जाना चाहिए।"
- NCW अध्यक्ष ने कहा कि कमीशन ने इस मामले में डीजीपी को एक लेटर लिखकर सख्त एक्शन लेने की डिमांड की है।
- NCW अध्यक्ष ने कहा कि कमीशन ने इस मामले में डीजीपी को एक लेटर लिखकर सख्त एक्शन लेने की डिमांड की है।
क्या घटना से पहले बच्चा कार के बाहर था?
- इस घटना का ताजा वीडियो सामने आया है, उसमें 7 माह का बच्चा कार के बाहर किसी फैमिली मेंबर के हाथ में दिखाई पड़ रहा है। इस वीडियो के मुताबिक, जब ट्रैफिक पुलिस ने कार ले जाने की चेतावनी दी तो बच्चे को कार के अंदर ले लिया गया। इससे जाहिर होता है कि पेरेंट्स की तरफ से इस घटना को टाला जा सकता था।
महाराष्ट्र के सीएम ने क्या कहा?
- महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। निश्चित रूप से ये बेहद असंवेदनशील और खतरनाक है कि जिस गाड़ी में महिला और बच्चा बैठे थे, उसे इस तरह से ले जाया गया। पुलिसवाले को सस्पेंड कर दिया गया है। महकमे को इस बारे में निर्देश दिए गए हैं कि हालात और संवेदनशीलता को ध्यान में रखें ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हों।"
- महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। निश्चित रूप से ये बेहद असंवेदनशील और खतरनाक है कि जिस गाड़ी में महिला और बच्चा बैठे थे, उसे इस तरह से ले जाया गया। पुलिसवाले को सस्पेंड कर दिया गया है। महकमे को इस बारे में निर्देश दिए गए हैं कि हालात और संवेदनशीलता को ध्यान में रखें ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हों।"
महिला ने इस घटना पर क्या कहा था?
- कार में बच्चे के साथ बैठी महिला ने शनिवार को कहा था, "कार ले जाने वाले पुलिसवालों ने एक बार भी मुझसे नीचे उतरने को नहीं कहा। जब मैंने उन्हें ये बताया कि मैं अपने बच्चे को दूध पिला रही हूं, इसके बाद भी वो लोग नहीं रुके।"
क्या है पूरा मामला?
- घटना शुक्रवार शाम की बताई जा रही है। मलाड की एसवी रोड पर एक महिला अपने 7 महीने के बच्चे के साथ अपनी कार में बैठी हुई थी। वह बच्चे को दूध पिला रही थी, तभी ट्रैफिक पुलिसवाले आए और कार को क्रेन से उठाकर जाने लगे। पुलिस के मुताबिक कार सड़क पर गलत ढंग से पार्क की गई थी।
- कार के अंदर से महिला और आसपास के लोग पुलिसवालों को आवाज लगा रहे थे, लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया।
- घटना शुक्रवार शाम की बताई जा रही है। मलाड की एसवी रोड पर एक महिला अपने 7 महीने के बच्चे के साथ अपनी कार में बैठी हुई थी। वह बच्चे को दूध पिला रही थी, तभी ट्रैफिक पुलिसवाले आए और कार को क्रेन से उठाकर जाने लगे। पुलिस के मुताबिक कार सड़क पर गलत ढंग से पार्क की गई थी।
- कार के अंदर से महिला और आसपास के लोग पुलिसवालों को आवाज लगा रहे थे, लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया।
किस तरह सामने आई ये घटना?
- एक शख्स ने इस घटना का वीडियो तैयार किया। इस शख्स ने बार-बार कार में महिला और बच्चे के होने की बात ट्रैफिक कॉन्स्टेबल से कही। लेकिन, उसने अनसुनी कर दी।
- वीडियो बनाने वाला शख्स ये कहते हुए सुनाई दे रहा है कि वो (महिला) फाइन भरने के लिए तैयार है। अगर बच्चा मर गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
- एक शख्स ने इस घटना का वीडियो तैयार किया। इस शख्स ने बार-बार कार में महिला और बच्चे के होने की बात ट्रैफिक कॉन्स्टेबल से कही। लेकिन, उसने अनसुनी कर दी।
- वीडियो बनाने वाला शख्स ये कहते हुए सुनाई दे रहा है कि वो (महिला) फाइन भरने के लिए तैयार है। अगर बच्चा मर गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी में नाव पलटी, अब तक 19 बॉडी बरामद; एक गिरफ्तार
अमरावती.आंध्र प्रदेश में विजयवाड़ा के पास कृष्णा नदी में रविवार को 38 लोगों को ले जा रही नाव पलट गई। अब तक 19 बॉडी बरामद की गई हैं। डीजीपी संभा शिवा राव ने कहा कि लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया। NDRF की टीमें और कृष्णा डिस्ट्रिक्ट के अधिकारी ऑपेरशन में लगे। आंध्र की टूरिज्म मिनिस्टर भूमा अखिला प्रिया ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बात का पता लगाएं कि बोट ऑपरेटिंग कंपनी के पास परमिशन थी, या नहीं। हादसे के बाद पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया, एक की गिरफ्तारी हुई है।
ओवरलोड थी नाव, ज्यादातर के पास नहीं थी लाइफ जैकेट
- पुलिस के मुताबिक, इस नाव पर क्षमता से ज्यादा 38 लोग सवार थे। ज्यादातर लोगों के पास लाइफ जैकेट नहीं थी। रविवार शाम के हादसा तब हुआ, जब ये नाव गोदावरी और कृष्णा नदी के पवित्र संगम के इलाके में थी। नाव पलटते ही ज्यादातर लोग इसके नीचे दबकर डूब गए।
किन लोगों की हादसे में गई जान
- पुलिस के मुताबिक, नाव पर सवार ज्यादातर लोग प्रकाशम डिस्ट्रिक्ट के ओंगोल वॉकर क्लब के मेंबर्स थे। कुछ लोग नेल्लोर डिस्ट्रिक्ट के थे, जो विजयवाड़ा घूमने आए थे।
- हादसे के दौरान लोकल मछुआरों ने 15 पैसेंजर्स की जान बचाई।
कितनी टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगीं
- NDRF की दो टीमें जिनमें 60 मेंबर्स थे, मौके पर रेस्क्यू के लिए पहुंचीं। इसके अलावा स्टेट डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स (SDRF) के 45 मेंबर्स, डिजास्टर रेस्पॉन्स और फायर सर्विस डिपार्टमेंट के 60 मेंबर्स रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाए गए।
डूबने वालों में जिला BJP अध्यक्ष भी शामिल
- डूबने वाले एक शख्स की पहचान प्रभाकर रेड्डी के तौर पर की गई है। ये प्रकाशम डिस्ट्रिक्ट की बीजेपी यूनिट के अध्यक्ष थे।
- हादसे पर आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू, डिप्टी चीफ मिनिस्टर एन चिना राजप्पा, अपोजिशन लीडर वाईएस जगनमोहन रेड्डी, आंध्र प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के हरि बाबू ने दुख जताया है। आंध्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए का मुआवजा देने का एलान किया है।
क्यों हुआ हादसा?
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बोट मैन ने पुलिस को बताया कि नाव पर सवार सभी लोग कृष्णा-गोदावरी का संगम देखने के लिए अचानक एक ही हिस्से में आ गए। इस वजह से नाव का बैलेंस बिगड़ गया और ये हादसा हुआ।
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बोट मैन ने पुलिस को बताया कि नाव पर सवार सभी लोग कृष्णा-गोदावरी का संगम देखने के लिए अचानक एक ही हिस्से में आ गए। इस वजह से नाव का बैलेंस बिगड़ गया और ये हादसा हुआ।
क्रिकेट पर राज करने का सपना देख रहे भारत को बड़ा झटका, नेपाल ने चखाया मजा
कुआलालंपुर, जेएनएन। नेपाल की टीम ने रविवार को यहां अंडर-19 एशिया कप टूर्नामेंट में बड़ा उलटफेर करते हुए ग्रुप-ए के मैच में भारतीय टीम को 19 रन से शिकस्त दी। भारतीय खेल प्रेमियों के लिए यह हार चौंकाने वाली इसलिए है, क्योंकि नेपाल के मुकाबले भारत में क्रिकेट के संसाधन कहीं ज्यादा उपलब्ध हैं और भारतीय टीम को मजबूत टीमों में शुमार किया जाता है।
डिफेंडिंग चैंपियन भारत से न्योता पाकर बल्लेबाजी करने उतरे नेपाल ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 185 रन बनाए। कप्तान दीपेंद्र सिंह ने सर्वाधिक 88 रन बनाए। भारत की ओर से आदित्य और अभिषेक शर्मा ने दो-दो विकेट झटके।
इसके जवाब में खेलने उतरी भारतीय टीम सलामी बल्लेबाज हिमांशु राणा की अगुआई में लक्ष्य का सफल पीछा करने में नाकाम रही। पूरी भारतीय टीम 48.1 ओवर में केवल 166 रनों पर ही ढेर हो गई। ओपनर राणा ने 38 गेंदों पर सर्वाधिक 46 रन बनाए, जबकि उनके सलामी जोड़ीदार मंजोत कालरा ने 69 गेंदों पर 35 रन की पारी खेली।
इन दोनों ने 12.2 ओवर में 65 रन जोड़े, लेकिन इनके अलावा कोई भी टीम को हार से बचाने के लिए उचित योगदान नहीं दे सके। नेपाल की ओर से अर्धशतक लगाने वाले कप्तान दीपेंद्र ने चार विकेट भी झटके।
युवा भारतीय टीम के लिए यह हार इसलिए भी बड़ा झटका है, क्योंकि भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों में सबसे संयमित और अनुशाषित खिलाड़ी राहुल द्रविड़ इस टीम के कोच हैं, जिन्हें मौजूदा समय में भारत का सर्वश्रेष्ठ कोच माना जाता है। माना जा रहा है कि राहुल द्रविड़ के निर्देशन में ऐसी टीमें तैयार हो रही हैं, जो आने वाले समय में दुनिया में अपनी प्रतिभा का डंका फहराएंगी। ऐसे में युवा भारतीय टीम को इस हार का विश्लेषण कर अपने लिए नए लक्ष्य और रणनीति तय करनी होगी।
कौन सा बैंक दे रहा एफडी पर सबसे ज्यादा ब्याज, एक क्लिक में जानिए
परंपरागत निवेश विकल्पों में फिक्सड डिपॉजिट यानी एफडी एक लोकप्रिय विकल्प है। बिना जोखिम एक निश्चित रिटर्न पाने के लिए लोग एफडी का चुनाव करते हैं। मौजूदा समय में जमा पर ब्याज दरें लगातार कम हो रही है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि कौन सा बैंक एफडी पर सबसे ज्यादा ब्याज दे रहा है। अपने इस वीडियो में हम आपको ऐसे बैंकों के बारे में बता रहे हैं जो एफडी पर सबसे ज्यादा ब्याज दे रहे हैं। आपको बता दें कि बैंक एफडी पर मिलने वाला ब्याज समय सीमा के हिसाब से घटता बढ़ता रहता है। मौजूदा समय में अलग अलग बैंक अलग अलग समयावधि के हिसाब से 6.50 से 7.50 फीसद तक का ब्याज दे रहे हैं।
US pressing India, Pakistan for dialogue: Report
ISLAMABAD: The US is quietly nudging Pakistan and India to re-engage as the Trump administration seeks to defuse tensions between the nuclear-armed neighbours, according to a media report on Monday.
America's objective to normalise ties between the two South Asian rivals is part of its efforts to have a more focused approach on the Afghan endgame.
US secretary of state Rex Tillerson took up the issue with the leadership of both Pakistan and India during his recent visit to the two countries, the Express Tribune quoting government officials and diplomatic sources as saying.
"Behind the scenes, efforts appear to have started paying dividends since Tillerson's visit, as there has been a noticeable reduction in violence along the Line of Control(LoC) in the disputed Kashmir region," the paper said.
The border between the two nations has been the scene of bloody clashes between the armies of Pakistan and India for the last couple of years. The current year has been the worst in terms of ceasefire violations as well as civilian casualties.
Officials with the knowledge of the backdoor manoeuvres confirmed to the paper that the Trump administration wanted to see a lowering of tensions between the two neighbours.
A senior official, who requested not to be identified because he was not authorised to speak to the media, said Tillerson had informed Pakistan that the Trump administration was willing to encourage a rapprochement between Islamabad and New Delhi.
The surprise decision by Pakistan to allow a meeting between convicted Indian national Kulbhushan Jadhav and his wife was also being linked to the quiet efforts by the US. Pakistan, however, publically insisted that the offer was made purely on the humanitarian grounds.
The former Indian Navy officer was sentenced to death after a Field Court Martial on charges of espionage and involvement in terrorist activities.
Officials are reluctant to link Pakistan's decision on Jadhav as well as the brief lull in LoC clashes to the US intervention.
They said it was too early to draw any such conclusions as the Trump Administration was still struggling to come up with a workable roadmap for Afghanistan and South Asia.
The official, nevertheless, made it clear that continued tensions between Pakistan and India would certainly undermine US efforts to bring some semblance of peace in Afghanistan.
Historically, Islamabad has not been averse to third-party intervention, but India has publically opposed such approaches.
The official said the Pakistani side had urged the US to use its influence over India for the resumption of dialogue after a number of terror attacks in India.
America's objective to normalise ties between the two South Asian rivals is part of its efforts to have a more focused approach on the Afghan endgame.
US secretary of state Rex Tillerson took up the issue with the leadership of both Pakistan and India during his recent visit to the two countries, the Express Tribune quoting government officials and diplomatic sources as saying.
"Behind the scenes, efforts appear to have started paying dividends since Tillerson's visit, as there has been a noticeable reduction in violence along the Line of Control(LoC) in the disputed Kashmir region," the paper said.
The border between the two nations has been the scene of bloody clashes between the armies of Pakistan and India for the last couple of years. The current year has been the worst in terms of ceasefire violations as well as civilian casualties.
Officials with the knowledge of the backdoor manoeuvres confirmed to the paper that the Trump administration wanted to see a lowering of tensions between the two neighbours.
A senior official, who requested not to be identified because he was not authorised to speak to the media, said Tillerson had informed Pakistan that the Trump administration was willing to encourage a rapprochement between Islamabad and New Delhi.
The surprise decision by Pakistan to allow a meeting between convicted Indian national Kulbhushan Jadhav and his wife was also being linked to the quiet efforts by the US. Pakistan, however, publically insisted that the offer was made purely on the humanitarian grounds.
The former Indian Navy officer was sentenced to death after a Field Court Martial on charges of espionage and involvement in terrorist activities.
Officials are reluctant to link Pakistan's decision on Jadhav as well as the brief lull in LoC clashes to the US intervention.
They said it was too early to draw any such conclusions as the Trump Administration was still struggling to come up with a workable roadmap for Afghanistan and South Asia.
The official, nevertheless, made it clear that continued tensions between Pakistan and India would certainly undermine US efforts to bring some semblance of peace in Afghanistan.
Historically, Islamabad has not been averse to third-party intervention, but India has publically opposed such approaches.
The official said the Pakistani side had urged the US to use its influence over India for the resumption of dialogue after a number of terror attacks in India.
It is, however, not clear if the two sides would resume the full spectrum of talks, considering the timing.
Since Pakistan is also just a few months away from parliamentary elections, it is highly unlikely that structured dialogue would be restored. However, political leaders and officials may interact with each other as a result of US efforts in order to arrest any further slide in ties between Pakistan and India, the report said.
Since Pakistan is also just a few months away from parliamentary elections, it is highly unlikely that structured dialogue would be restored. However, political leaders and officials may interact with each other as a result of US efforts in order to arrest any further slide in ties between Pakistan and India, the report said.
Iran-Iraq earthquake: death toll rises to 335
A powerful magnitude-7.3 earthquake has rocked the northern border region between Iran and Iraq, killing more than 328 people in Iran and seven in Iraq and injuring thousands more.
Iran’s semi-official Isna news agency raised the death toll to 328 on Monday morning, after a quake struck the country’s western provinces at 9.20pm local time on Sunday. Local officials said the death toll would rise as search and rescue teams reached remote areas.
More than 70,000 people were in need of emergency shelter, the Iranian Red Crescent said.
The hardest hit province was Kermanshah, where three days of mourning have been announced. More than 236 people died in the town of Sarpol-e Zahab, about 10 miles from the Iraq border.
Farhad Tajari, the local MP, said 15 members of his family had been killed and that the town’s main hospital was severely damaged and struggling to treat hundreds of injured people.
“Sarpol-e Zahab has only one hospital, which was demolished in this incident. All patients and hospital staff have been buried beneath the rubble, so it cannot offer any service,” he told local media.
The quake killed at least seven people in Iraq and injured 535, all in the country’s northern, semi-autonomous Kurdish region, the interior ministry said.
The magnitude 7.3 quake was centred 19 miles outside the eastern Iraqi city of Halabja, according to the most recent measurements from the US Geological Survey. It struck at a depth of 14.4 miles (23.2km), a shallow depth that can have broader damage. Magnitude 7 earthquakes on their own are capable of widespread, heavy damage.
Rescuers worked through the night to find people trapped in collapsed buildings in towns affected by the quake, which was felt as far west as Israel and south to Baghdad.
Iran’s supreme leader, Ayatollah Ali Khamenei, offered his condolences and urged government agencies to do all they could to help those affected. Iranian police, the elite Revolutionary Guards and its affiliated Basij militia forces were dispatched to affected areas overnight, state TV reported.
The Iranian president, Hassan Rouhani, has asked his government to focus on the aid supply. A large number of Iranian internet users criticised Facebook for not activating its safety check feature.
Qasr-e-Shirin, another city in Kermanshah that serves as a gateway for the transfer of goods between Iran and Iraq, was also badly hit. At least 28 people are reported to have been killed there, Isna said.
“There are still people under the rubble. We hope the number of dead and injured won’t rise too much, but it will rise,” Kermanshah’s deputy governor, Mojtaba Nikkerdar, said.
Electricity was cut off in several Iranian and Iraqi cities, and fears of aftershocks sent thousands of people in both countries out on to the streets and parks in cold weather.
Iran’s interior minister, Abdolreza Rahmani Fazli, said some roads were blocked and there was concern about casualties in remote villages.
Pictures posted on social media from cities across Kermanshah showed collapsed buildings, apartment buildings losing their facades and cars smashed beneath rubble. People were busy recovering bodies as rescue dogs tried to find signs of life.
On the Iraqi side, the most extensive damage was in the town of Darbandikhan, 47 miles east of the city of Sulaimaniyah in the semi-autonomous Kurdistan region. More than 30 people were injured in the town, according to the Kurdish health minister, Rekawt Hama Rasheed.
“The situation there is very critical,” Rasheed told Reuters. The district’s main hospital was severely damaged and had no power, he added, so the injured were taken to Sulaimaniyah for treatment. Homes and buildings had extensive structural damage, he said.
In Halabja, local officials said a 12-year-old boy had died from an electric shock when an electric cable fell during the earthquake.
Many residents in the Iraqi capital, Baghdad, rushed out of houses and tall buildings in panic.
“I was sitting with my kids having dinner and suddenly the building was just dancing in the air,” said Majida Ameer, who ran out of her building in the capital’s Salihiya district with her three children. “I thought at first that it was a huge bomb. But then I heard everyone around me screaming: ‘Earthquake!’”
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